क्या आप CBSE बोर्ड से पढ़े हैं? अगर हां, तो ये रही खुशखबरी

सीबीएसई ने डुप्लीकेट प्रमाण पत्र निकालने की सुविधा छात्रों को दी है। अब वर्ष 1975 में पास हुए छात्र भी अपना प्रमाणपत्र आसानी से निकाल पायेंगे। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन भी कर सकेंगे। अब छात्रों के अधिकतर काम क्षेत्रीय कार्यालय से ही हो जायेगा। पहले इसके लिए दिल्ली कार्यालय से संपर्क करना पड़ता था।
राजीव रंजन (सिटी कॉर्डिनेटर, सीबीएसई) ने कहा- अब पुराने छात्र भी आसानी से प्रमाणपत्र निकाल पायेंगे। अधिकतर काम क्षेत्रीय कार्यालय से ही हो पायेगा। बोर्ड ने इसको लेकर कई बदलाव किये हैं।
सीबीएसई ने डुप्लीकेट प्रमाणपत्र छात्रों के अपने ही जोन के क्षेत्रीय कार्यालय से उपलब्ध करवाने के सुविधा दी है। बोर्ड की मानें तो वर्ष 1975 से 2000 तक का कोई भी प्रमाण पत्र, छात्र को अजमेर स्थित क्षेत्रीय कार्यालय से निकलवाना होगा। यह व्यवस्था देश भर के छात्रों के लिए लागू है। बिहार-झारखंड के छात्रों को 2001 से 2010 तक के डुप्लीकेट प्रमाणपत्र इलाहाबाद क्षेत्रीय कार्यालय से मिलेगा। वहीं 2011 से 2018 तक का प्रमाण पत्र पटना क्षेत्रीय कार्यालय से उपलब्ध होगा।
- उत्तीर्ण होने के पांच साल तक प्रमाणपत्र लेने पर- 250
- पांच साल से 10 साल के बीच प्रमाणपत्र लेने पर- 500
- 10 साल से 20 साल के बीच प्रमाणपत्र लेने पर- 1000
- 20 साल से अधिक समय का प्रमाणपत्र लेने पर- 2000
- माइग्रेशन सर्टिफिकेट का डुप्लीकेट प्रमाणपत्र- 250
- जन्म प्रमाणपत्र सर्टिफिकेट- 250
- प्रोविजनल सर्टिफिकेट- 200
- तत्काल डुप्लीकेट सर्टिफिकेट लेने पर अलग से 500
- मार्क्सशीट या सर्टिफिकेट पर जन्मतिथि, नाम आदि में सुधार- 1000
ये काम होंगे क्षेत्रीय कार्यालय से
- विषय में बदलाव करना
- शुल्क भुगतान
- परीक्षा केंद्रों में बदलाव
- 10वीं और 12वीं में सीधे नामांकन
- मूल्यांकन संबंधित काम
- सर्टिफिकेट में त्रुटि सुधार का काम
- उत्तर पुस्तिका की फोटोकॉपी, मूल्यांकन आदि में मार्क्स वेरिफिकेशन